महासमुंद। 1 नवंबर 2022 छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन 2022.23 के लिए समर्थन मूल्य पर धान की खरीद आज मंगलवार 1 नवंबर से शुरू हो गयी है संसदीय सचिव व विधायक विनोद चंद्राकर ने महासमुंद के पिटियाझर व बेमचा धान खरीदी केंद्र में मां अन्नपूर्णा देवी की अराधना व कांटा.बाँट की पूजा कर धान खरीदी का शुभारंभ किया ज़िले के अलग अलग धान उपार्जन केंद्रों में भी पूजा अर्चना के साथ ही धान ख़रीदी की शुरुआत हो गयी।
पिटियाझर उपार्जन केंद्र में 13 व बेमचा धान उपार्जन केंद्र में 7 कृषकों का टोकन कटा है पिटियाझर में 500 क्विंटल व बेमचा केंद्र में 310 क्विंटल 40 किलो धान खरीदी की शुरुआत कर दी गई है।महासमुंद जिले के 152 धान उपार्जनों केंद्रों पर खरीदी होगी जिले में इस चालू खरीफ वर्ष में 1 लाख 58 हज़ार 400 से ज़्यादा किसानों 86 लाख क्विंटल से अधिक धान खरीदी का लक्ष्य है इस बार 8200 से ज़्यादा नवीन किसानों ने पंजीयन कराया है ।
संसदीय सचिव चंद्राकर ने जिले के किसानों को शुभकामनाएं दी उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार की किसान हितैषी योजनाओं से प्रदेश में खेती.किसानी में नये उत्साह का संचार हुआ है खेतों से दूर हो रहे किसान खेतों की ओर लौटे हैं और जिले में खेती का रकबा भी बढ़ा है।
महासमुंद जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 152 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं इस साल किसानों से सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड.ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा धान खरीदी केंद्र बेमचा में में 1600 कृषको का पंजीयन किया जा चुका है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुरूप खरीफ विपणन वर्ष 2022.23 के लिए आज 1 नवम्बर 2022 से धान एखरीदी शुरू हो गयी है।
किसानों से सुगमतापूर्वक धान खरीदी के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां एवं व्यवस्थाएं कर ली गई है किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की दिक्कत न आएए इसको लेकर सभी केंद्रों में बेहतर प्रबंध किए जाने के साथ ही व्यवस्था पर मॉनिटरिंग के लिए अधिकारियों. कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है धान खरीदी हेतु बारदाने की व्यवस्था कर ली गई है धान खरीदी के लिए सभी समितियों में पर्याप्त बारदाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है उपार्जित धान की कस्टम मिलिंग के लिए मिलर्स का पंजीयन किया जा रहा है।
ज़िले में अवैध धान की आवक रोकने तथा संवेदनशील उपार्जन केन्द्रों पर निगरानी के लिए नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं सीमावर्ती सोसायटियों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है ज़िले में धान का अवैध परिवहन न होए इसकी रोकथाम के लिए 17 चेक पोस्ट भी बनाए गए हैंए जहां अधिकारियों की टीम माल वाहकों पर कड़ी निगरानी रखेगी।