आईएनसी 24 मीडिया छत्तीसगढ़। रायगढ़ रिपोर्टर - बिरेंद्र कुमार साहू की रिपोर्ट : -
रायगढ़। सहकारी समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरूण बेहरा पर भ्रष्टाचार का आरोपसहकारिता विभाग के उपायुक्त ने टीम गठित कर दिए जांच के आदेश, रायगढ़ तमनार सेवा सहकारी समिति सरईटोला के समिति सेवक व सहकारी समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरूण बेहरा पर स्थानीय ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
वहीं इसकी शिकायत कलेक्टर से की है। मामले को संज्ञान में लेते हुए सहकारिता विभाग के उपायुक्त ने टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। जिससे आरोपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि समिति सेवक अरूण बेहरा द्वारा किसानों के नाम से फर्जी लोन जारी किया जा रहा है। खाद एवं बीज वितरण में गंभीर अनियमितता बरती जा रही है। खाद स्टाक कि जांच किए जाने पर सच्चाई सामने आने की बात कही जा रही है।
ग्रामीणों ने कहा कि बीज के नगद विक्रय कर राशि बैंक में जमा नहीं किया जा रहा है। अरुण बेहरा द्वारा धान खरीदी में भी फर्जी खरीदी की गई है। समिति में फर्जी लेन देन दिखाकर राशि का गबन किया जा रहा है। अरूण बेहरा समिति में कभी भी नहीं रहते किराये पर कर्मचारी रखकर मनमाना कार्य करते हैं। इतना ही नहीं किसी प्रकार कि शिकायत होने पर खाद्य एवं सहकारिता विभाग में अपने पहचान के बल पर शिकायत को दबा दिया जाता है।
इनके द्वारा अन्य समितियों के नाम पर फर्जी शिकायत कराकर उन्हे डरा धमकाकर अपने राजनितिक पहुंच एवं अधिकारीयों से पहचान बताकर उनसे राशि वसूली किया जाता है। इनके द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर अपने नजदीकियों को तमनार विकासखण्ड में खरीदी प्रभारी बनवाया गया है। वहीं खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसमें खरीदी केन्द्र धौराभाटा में अपने करीबी राजपुर समिति सेवक विजय बेहरा को खरीदी प्रभारी बनवाया गया, जहां विजय बेहरा एक भी दिन खरीदी केन्द्र धौराभाटा में नहीं आए उनके स्थान पर अवैधानिक रूप से उनका बेटा अंकित बेहरा द्वारा खरीदी किया गया।
जिसके उपर किसानों से टोकन जारी किए जाने के एवज में पैसे की मांग किए जाने कि चार बार शिकायत हुई, लेकिन कोई जांच नहीं हुई। खरीदी के आखरी दिन धौराभाटामें लगभग 20 हजार क्विंटल का टोकन जारी कर अफरा-तफरी कर फर्जी खरीदी किया गया। इस संबंध में खरीदी के बाद तहसीलदार तमनार के द्वारा भौतिक सत्यापन में पांच से सात हजार क्विंटल धान की कमी पाई गई थी, लेकिन अरूण बेहरा के द्वारा उक्त प्रकरण को अपने पहुंच का उपयोग कर दबा दिया गया।
इसके अलावा अंकित बेहरा के साथ मिलकर कोचियों से ओडिशा का धान मंगाकर तथा मिलर्स से डीओ खरीदी कर लाखों का गबन किया गया। राजपुर खरीदी केन्द्र में भी किया गया गबन, ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विजय बेहरा द्वारा राजपुर में ही रहकर वहां के खरीदी प्रभारी से मिली भगत कर राजपुर खरीदी केन्द्र में फर्जी खरीदी कराकर गबन किया गया। इसी प्रकार अरूण बेहरा द्वारा जिले के अन्य समितियों में भी षणयंत्रपूर्वक फर्जी खरीदी करवाया गया।
वहीं उनके कमी के लिए मिलर्स से मिलकर फर्जी डीओ खरीदी का खेल कर लाखों का भ्रष्टाचार किया गया है। जब भी इन्हें खाद अथवा सहकारिता विभाग के अधिकारियों से अपने तथा इनके साथ शामिल समिति प्रबंधकों के विरूद्ध जांच एवं कार्रवाई का डर होने पर विभाग के अधिकारियों के खिलाफ फर्जी शिकायत संघ के नाम से करके उनके उपर कार्रवाई तथा जांच नहीं करने का दबाव बनाया जाता है। कलेक्टर के निर्देश पर सहाकारिता विभाग के उपायुक्त ने इस मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया है। वहीं जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।