लगातार बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, ब्रिटिश शासनकाल मे बना एशिया का पहला एकलौता सायफन सिस्टम बांध पूरी तरह से लबालब, सड़क मार्ग से 5 फिट ऊपर पानी बहने के कारण दो दिनो से नरहरपुर धमतरी रास्ता पूरी तरह से हो गया हैं बंद


आईएनसी 24 मीडिया कांकेर। नरहरपुर कांकेर रिपोर्टर - मन्नूराम साहू की रिपोर्ट : -


कांकेर। नरहरपुर क्षेत्र में तीन दिनों से रुक रुक कर हों रही लगातार बारिश के चलते जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है कैचमेट एरिया मे हो रही झमाझम बारिश से एक बार फिर इलाके के बांध पूरी तरह से भर चुकी है कांकेर जिला वा धमतरी जिला के बीच माडमसिल्ली बांध 100 प्रतिशत भर चुका है।


इस बांध का निर्माण 1923 मे अंग्रेजों के समय मे हुआ था यह पहले ब्रिटिश शासनकाल मे बना एशिया का पहला एकलौता सायफन सिस्टम बांध पूरी तरह से लबालब हो चुका है ऑटोमिटिक वाला 34 सायफन गेट से पानी डिस्चार्ज हों रहा है जो सिलियारी नदी से बहते हुए सीधे गंगरेल जलाशय मे पहुंच रहा है।


माडमसिल्ली डेम के सायफन सिस्टम से पानी शुरू होने के चलते माडमसिल्ली के सड़क मार्ग से 5 फिट ऊपर पानी बहने के कारण दो दिनो से नरहरपुर धमतरी रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है जिससे लोग काफी परेशान है वहीं मंगलवार को नरहरपुर का साप्ताहिक बाजार होने के कारण व्यापार करने वाले व्यापारियों को चारामा होते घूमकर नरहरपुर आना पड़ा, एशिया का पहला सायफन सिस्टम बांध कहे जाने वाले माडमसिल्ली बांध की यह खासियत है।


की इस बांध मे जैसे ही 100 फीसदी से अधिक जलभराव होता है आटोमैटिक सायफन सिस्टम गेट स्वयं से खुल जाते है और पानी डिस्चार्ज करना शुरू कर देता  है सायफन सिस्टम से हों रहे पानी डिस्चार्ज का नजारा देखने यहां लोग बडी संख्या मे पहुंच रहे है बताया जा रहा की कैचमेट एरिया से माडमसिल्ली बांध मे जिस तरह पानी की आवक हों रही है उसे देखते हुए आने वाले कुछ दिनो तक सायफन गेट से पानी छूटने का सिलसिला जारी रहेगा।






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