आईएनसी 24 मीडिया छत्तीसगढ़। तिल्दा नेवरा रिपोर्टर - पवन बघेल की रिपोर्ट : -
तिल्दा नेवरा। ब्लॉक के ग्राम मढ़ी में बन रहे गौरी गणेश कंपनी से ग्रामीणों में भय पनपने लगा है। इसलिए कि भविष्य में यह इस्पात संयंत्र दर्जनों गांवों के आबादी के लिए जान का दुश्मन साबित होगा। न केवल प्रदूषण फैलेगा बल्कि आसपास के खेतीबाड़ी बंजर हो जाएगी। आसपास गांव के लोग भविष्य और आने वाली पीढ़ी के जीवन को सुरक्षित रखने एक बार फिर से कंपनी की एनओसी रद्द करने की मांग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि, मढ़ी में एक बड़ा उद्योग स्थापित किया जा रहा है। दो साल पहले जब कंपनी की जनसुनवाई हुई थी तब ग्रामीणों ने इसका पुरजोर विरोध किया था। बावजूद इलाके का ध्यान रखें बिना प्रशासन ने कंपनी को स्वीकृति प्रदान कर दिया था। इसके बाद भी कई बार विरोध प्रदर्शन ग्रामीणों ने किया था। लेकिन कोई परिणाम नहीं आया। लिहाज़ा, साल भर से कंपनी का निर्माण चल रहा है। जो आगामी कुछ महीनों में प्रारंभ भी हो जाएगी। अब ग्रामीणों को एक बार फिर भविष्य की चिंता सताने लगी है क्योंकि यह क्षेत्र अब प्रदूषण और अपराध का गढ़ बनने जा रहा है। आसपास का खेती बर्बाद तो होगा ही इससे भी बड़ा नुकसान लोगों के स्वास्थ्य का होगा। कहीं यह क्षेत्र सिलतरा-उरला जैसा इलाका न बन जाए इसलिए ग्रामीण अभी से भविष्य के प्रति सचेत होने लगे हैं। बता दें कि, निर्माणाधीन कंपनी में अभी से श्रम नियमों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। न तो सुरक्षा और सेफ्टी पर ध्यान दिया जा रहा है और न ही उचित मेहनताना। 12-12 घंटे तक काम लेकर मजदूरों का शोषण भी कंपनी बेखौफ होकर कर रहा है। न तो यहां सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता है और न ही मजदूरों के लिए सुविधा मुहैया कराई गई है। शुरू से ही विवादों में रहा कंपनी वादों के नाम पर सिर्फ़ धब्बा ही लगाया है। लोगों को बीमारी बांटने और असमय मौत देने का जो मास्टरप्लान कंपनी ने बनाया है। इसके चंगुल में अब गांव के भोलेभाले लोग फंसते जा रहे हैं। ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखे बिना बर्बादी का जो स्क्रिप्ट मिलीभगत करके प्रशासन और मालिक ने लिखा वह अब लोगों के गले का फांस बनता जा रहा है। निर्माणाधीन कंपनी के निर्माण पर रोक लगेगी या लोगों को बर्बाद करने का जिम्मा इनके हाथों में सुरक्षित रहेगी यह तो समय बतायेगा लेकिन इलाके का तबाह होना निश्चित है।
नजदीक में स्कूल, बच्चों की पढ़ाई होगी प्रभावित..
निर्माणाधीन गौरी गणेश कंपनी से बिल्कुल लगा हुआ शासकीय हाईस्कूल है। जहां आसपास गांव के बच्चे भविष्य गढ़ने आते हैं। कंपनी के शोर, धूल, डस्ट और वाहनों के आवागमन से पढ़ाई बूरी तरह प्रभावित होगी। स्कूली बच्चों का कहना है कि, स्कूल की चिंता न तो पंचायत को है न प्रशासन को। कंपनी वाले तो शुरू से ही स्कूल बंद करवा देने की धमकी देते आ रहे हैं। ऐसे में बच्चे अपने उज्जवल भविष्य को अंधकार के गर्त में समाते हुए देख डरे हुए हैं। कंपनी द्वारा स्कूल और आवासीय क्षेत्र में ही मुख्य द्वार का निर्माण करवाया गया है। जहां मालवाहक गाड़ियां बेतरतीब ढंग से खड़ी रहती है। मेनगेट को हटाने ग्रामीणों ने भारी विरोध किया था। लेकिन निर्णय कंपनी के ही पक्ष में आ गया और डंके की चोट पर गेट तान दिया गया। मेनगेट के करीब ही बस्तियां है। मोहल्ले के लोगों का जीना अभी से दूभर हो गया है। जब कंपनी शुरू हो जाएगा तो परेशानी भी बढ़ जाएगी।
करीब के धार्मिक स्थल में धूल का साया..
कंपनी से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर छत्तीसगढ़ के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक मां बंजारी धाम स्थित है। जहां रोज हजारों भक्त मत्था टेकने पहुंचते हैं। सालभर यहां श्रद्वालुओं का आना-जाना लगा रहता है। कंपनी जब जहर उगलेगा तो इसकी काली जहरीली धुआं यहां की खूबसूरती और सौंदर्य पर दाग लगायेगा। न केवल प्रदूषण फैलेगा अपितु यहां की आस्था पर भी आघात पहुंचेगा। आसपास का इलाका शुरू से वनों की हरियाली ओढ़े हुए है जो कुछ महीनों में मैला होने वाला है। मां बंजारी की छाया में आसपास का गांव पुष्पित और पल्लवित हो रहा है जहां अब सिर्फ़ काले धुएं का साया नजर आएगा। कंपनी से महज 300 मीटर की दूरी पर शासकीय संजय निकुंज स्थापित है। उद्यान विभाग के इस नर्सरी में पेड़-पौधों की देखभाल कर विकसित किया जाता है। फलदार और छायेदार पेड़-पौधे यहां रोपित है। हरी-भरी इस हरियाली के लिए भी कंपनी जानी दुश्मन बना हुआ है। कंपनी के अस्तित्व में आते ही यह नर्सरी भी संभवतः बंजर हो जाएगी। फिर भी जिम्मेदारों को इसकी कोई चिंता नहीं है।
अपराध और दुर्घटना अभी से बढ़ने लगा है..
ग्रामीणों ने कंपनी से लगा हुआ शासकीय स्कूल और धड़ल्ले से खुल रहे होटल-दुकानों के संबंध में भी शिकायत किया था। साथ ही चारागाह भूमि और अतिक्रमण की बात पर भी चिंता जाहिर किया था। बता दें कि, कंपनी के आसपास डंके की चोट पर खुल रहे होटल और दुकानों के कारण इलाके में लगातार हादसे हो रहे हैं। मुख्य द्वार बस्ती से लगा होने से भारी वाहनों का आवागमन बढ़ गया है। बंजारी मोड़ इन दिनों अघोषित ब्लैक स्पॉट बन गया है। आए दिन यहां हादसे हो रहे हैं। जनवरी माह में यहां पर चार-पांच दुर्घटना हुई। जिसमें दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। उक्त तिराहे पर सड़क में ही बेतरतीब ढंग से होटल-दुकान चल रही है। जिससे यहां सुबह से आधी रात तक लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। कंपनी खुलने के कारण यहां होटल-दुकान खोलने की होड़ मची हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि, बीच सड़क पर ही मुरुम रख देने से एक बुजुर्ग की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। इतनी भयंकर दुर्घटना कि मंजर देख हर किसी की रूह कांप उठी। इसके बावजूद दुकानों को बंद कराने की हिम्मत किसी ने नहीं दिखाई। आसपास का इलाका तीन थानों नेवरा-खरोरा-सिलयारी का सरहदी क्षेत्र है। फिर भी यहां किसी भी थाने की पेट्रोलिंग टीम झांकने तक नहीं आती है।
सड़क पर बाहरी लोगों और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा..
शाम होते ही आसपास के सड़कों पर बाहरी लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। कंपनी में काम करने वाले वर्कर छुट्टी के बाद देर रात तक सड़कों में डेरा डाले रहते हैं। करीब में धार्मिक स्थल बंजारी धाम है जिसके कारण रात तक लोगों का गुजरना होता है। पास में ही शासकीय उद्यान और बाड़ी है यहां भी काम करने वाले लोग देर शाम तक घर लौटते है। सड़कों में लगे बेवजह की भीड़ से लोग डरे सहमे आना-जाना करते हैं। कंपनी से लगा हुआ शासकीय स्कूल भी है। स्कूली बच्चे इसी मार्ग से स्कूल जाते हैं। बाहरी लोगों और असामाजिक तत्वों का झुंड सड़क किनारे बैठे रहते है। जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
बिक रही शराब, सड़क किनारे छलकती है जाम..
शाम होते ही यहां के सड़कों पर पियक्कड़ों और गंजेड़ियों की महफिल सजती है। देर रात तक आम रास्तों में ही बैठकर शराबखोरी करते हैं। बंजारी धाम के पास स्थित खदान के आसपास, नकटी नाले के आसपास, कंपनी के आसपास होटलों-दुकानों, बंजारी मोड़ मढ़ी, श्मशानघाट आदि क्षेत्र इन दिनों शराबखोरी का सुरक्षित अड्डा बन गया है। मढ़ी सहित कंपनी के आसपास अवैध शराब की बिक्री हो रही है। रात तक शराबी यहां अश्लील गालीगलौज करते हुए गुलछर्रे उड़ते है। इलाके के मंदिर देवालय भी सुरक्षित नहीं है। यहां भी असमाजिक तत्वों का डेरा लगा रहता है। कुछ किलोमीटर के अंदर आसपास ही अवैध शराब बिकती है लिहाजा, आसानी से शराब उपलब्ध हो जाती है। इलाके की पेट्रोलिंग करने पेट्रोलिंग पुलिस के पास फुर्सत नहीं है।