छत्तीसगढ़ ब्रेकिंग न्यूज - महासमुंद महिला आयोग की अध्यक्ष ने की प्रकरणों की सुनवाई 25 प्रकरणों पर हुई सुनवाई


महासमुंद।  महासमुंद 13 सितम्बर 2022/ छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में महिलाओं से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए जन-सुनवाई की। इस मौके जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, आयोग के सदस्य डॉ. अनिता रावटे, जिला महिला बाल विकास अधिकारी श्री समीर पांडेय सहित पूरे जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने शिकायतों को गम्भीरता से सुना। पिछले प्रकरणों की सुनवाई की भी जानकारी ली। आज 25 प्रकरणों की जन सुनवाई हुई, जिसमें 18 प्रकरणों का निराकरण मौके पर हुआ। सात प्रकरण नस्तीबद्ध किए गए। कुछ आवेदकों को काउंसलिंग और समझाइश देकर शिकायतों को सुलझाया गया। पिछले प्रकरण की सुनवाई के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की निगरानी और समझौते, उनका मत लेकर दोनों पक्षों को एक साथ रहने की सहमति हुई। डॉ. किरणमयी नायक ने महिलाओं की परिवेदनाएं सुनकर संबंधित अधिकारियों के मौके पर ही समस्या, समाधान करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोगों के समस्या और शिकायतों का समय पर निराकरण होना चाहिए। उन्होंने कहा राज्य सरकार की ओर से आम जन के लिए एक से बढ़कर एक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। पात्र लोगों को खासकर महिलाओं को योजना का लाभ और बेहतर ढंग से मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन सुनवाई के जरिए प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुना जाए। कोई भी व्यक्ति या महिला यहां से निराश न लौटे। हर प्रकरण में पीड़ित को न्याय मिले और लोगों को एक बेहतर व्यवस्था का एहसास हो। उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न से जुडे़ मामलों में महिलाओं को आगे आना चाहिए और अपनी हक की बात कहनी चाहिए। डॉ. नायक ने महिलाओं को समझाईश देते हुए कहा कि घरेलू आपसी मनमुटाव का समाधान परिवार के बीच किया जा सकता है। घर के बड़े बुजुर्गों का सम्मान एवं आपसी सामंजस्य सुखद गृहस्थ के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही आयोग के आड़ में अवैध कार्य को किसी भी तरह से स्वीकार्य नही किया जाएगा। वर्तमान समय में सामाजिक बहिस्कार एक बड़े चुनौती के रूप में उभर कर सामने आ रहा है। जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित सुनवाई में मुख्य रूप से महिलाओं से मारपीट, मानसिक, शारीरिक, दैहिक प्रताड़ना कार्यस्थल पर प्रताड़ना दहेज प्रताड़ना से संबंधित प्रकरणों पर सुनवाई की गई। अन्य हितधारकों तथा पीड़ीतों के पुनर्वास विषय पर हुआ परिचर्चा का आयोजन इस दौरान मानव तस्करी रोकथाम तथा पीड़ीतों के पुनर्वास विषय पर परिचर्चा का भी आयोजन किया गया।


● आकाश चौहान | प्रदेश प्रमुख छत्तीसगढ़ ●

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