आईएनसी 24 मीडिया बस्तर। जगदलपुर बस्तर रिपोर्टर - सुमित बाजपेई की रिपोर्ट : - जगदलपुर कार्यवाही ना हुई तो शुक्रवार को सक्षम सड़क से उठाकर थाने या निगम तक गौ वंशो को पहुंचाएगा, बस्तर जिले में सड़क दुर्घटनाओं में गौवंशों की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
इन सड़क दुर्घटनाओं में गौवंशों की मौतों को रोकने को लेकर भी प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है और न ही इस पर कोई ठोस कार्यवाही की जा रही है प्रशासन केवल गौवंशों को सड़क से उठाकर गौठानों व कांजी हाउस में रखकर खानापूर्ति करने में जुटा हुआ है। बस्तर जिले में शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़क पर बड़ी संख्या में गौवंश बैठे नजर आते हैं।
जो अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। गौवंशों को खुला छोड़ने वाले उनके मालिकों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही कर उन्हें कड़ा दंड दिया जाना चाहिए, ताकि वे अपने गौवंशों को अपनी निगरानी में या अपने बाड़े में रख सकें। वास्तविकता ये है कि जब गौवंश दूध देना बंद कर देते हैं, तब मालिक उन्हें खुला छोड़ देते हैं।
ऐसे ही कई गौवंशों की सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मृत्यु हो चुकी है इसके साथ ही लोगों की जान भी सांसत में पड़ी रहती है। पूर्व में सनातन क्षेत्रीय मंच (सक्षम) ने इस मांग को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंपे और उचित व्यवस्था की मांग की। और तो और सक्षम के पदाधिकारियों ने भूख हड़ताल तक की, बावजूद इसके आज पर्यंत इस पर कोई भी पहल प्रशासन की तरफ से नहीं की गई और स्थिति जस की तस बनी हुई है।
सड़क पर बैठे या आवारा घूमते गौवंशों को सड़क से हटाकर उन्हें गौठानों या कांजी हाउस में रखने ककी उचित व्यवस्था बनाई जाए। इसके साथ ही गौवंशों के मालिकों को जांच कर कड़ा दंड देकर उन्हें गौवंश वापस सौंपा जाए, ताकि कोई भी गौवंश मालिक अपने पशुओं को सड़क पर खुला न छोड़े। गुरुवार 11 जुलाई तक यदि इस पर कोई कार्यवाही प्रशासन की तरफ से नहीं होती है।
तो गौवंशों की जान की सुरक्षा के लिए सक्षम पदाधिकारी व सदस्य स्वयं ही सड़क पर बैठे गौवंशों को हटाकर निकटतम थाने तक या निगम में उन्हें सुरक्षित रखेंगे। इसके बाद गौवंशों की देखभाल की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।