आईएनसी 24 मीडिया छत्तीसगढ़। बस्तर, दरभा तहसील रिपोटर - भगत बघेल की रिपोर्ट : -
बस्तर। आजादी के अमृत काल में अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों को ग्रामीण कावड़ में लादकर अस्पताल पहुंचा रहे, आजादी के 78 वर्ष के अमृत काल के दौरान भी धुर अतिसंवेदनशील क्षेत्र भुमकाल क्रांति 1910 के शहिद ढेबरीधुर के गांव एलेंगनार, जगदलपुर विधानसभा क्षेत्र में आज प्रयन्त विकास के मुलभुत सुविधाओं से वंचित है।
ऐलेंगनार के ग्रामीण विपरीत परिस्थिति में विभिन्न कठिनाइयों का सामना कर रहे है। आज वहां उल्टी-दस्त का प्रकोप है। ऐलेंगनार के ग्रामीण मरीजों को गंभीर हालात में कंधों में ढोकर पथरीली ऊंची ढलान से अस्पताल पहुचांने में विवश है।
कांग्रेस के शासन के दौरान ऐलेंगनार तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क निर्मित किया गया था, किन्तु सड़क की हालात जर्जर हो चुकी है। जिसका खामियाजा भोलेभाले ग्रामीण भुगत रहे हैं। आज एक मरीज को कंधों में ढोकर सकुशल तोंगपाल में पहुंचाया गया जहां ग्राम ऐलेंगनार मालापारा निवासी चैतूराम पिता कुताराम का इलाज जारी है। इसके पुर्व भी उल्टी -दस्त के कारण स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने से कई मौतें हो चुकी है, फिर भी शासन-प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है।