आईएनसी 24 मीडिया छत्तीसगढ़। जगदलपुर बस्तर रिपोर्टर - सुमित बाजपेई की रिपोर्ट : -
बस्तर। बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर ग्राम पंचायतों-2 की 15 वें वित्त आयोग से संबंधित राशि के आहरण-संवितरण अधिकार पर लगाये गये रोक को हटाये जाने की मांग रखी है। विधायक बस्तर ने पत्र में कहा कि त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम पंचायतों को प्रति वर्ष 15 वें वित्त आयोग अंतर्गत राशि आबंटित की जाती है पूर्व वर्ष व इस वर्ष में भी राशि आबंटित किया गया है।
लेकिन विगत् 15-16 माह पूर्व नवगठित ग्राम पंचायतों-2 को आंवटित राशि के आहरण-संवितरण अधिकार पर अज्ञात कारणों से रोक लगा दी गई है। श्री बघेल ने कहा कि इन नवगठित सभी ग्राम पंचायतों में वे सभी कार्य, गतिविधियां व कार्य व्यवस्थायें प्रारंभ हैं जो अन्य ग्राम पंचायतों में हो रहे हैं इन सभी नवगठित ग्राम पंचायतों में प्रारंभ के तीन साढ़े तीन वर्ष 15 वें वित आयोग सहित सभी मदों/शीर्षों से संबंधित राशि का आबंटन सामान्य रूप से प्राप्त होता था और इन राशियों का आहरण संवितरण अधिकार भी होता था विगत् 15-16 माह पूर्व 15 वें वित आयोग से संबंधित आंवटित राशि के आहरण-संवितरण अधिकार पर रोक लगाकर शेष सभी मदों व शीर्षों में प्राप्त आंवटन का आहरण-संवितरण हो रहा है।
बस्तर विधायक ने कहा कि ग्राम पंचायतों-2 द्वारा 15 वें वित्त आयोग अंतर्गत दिये गये अपने प्रस्ताव के आधार पर कई कार्य या तो प्रारंभ कर लिये गये अथवा पूर्ण भी कर लिये गये हैं लेकिन इस मद के आहरण-संवितरण की कार्यवाही पर रोक लगा दिये जाने से ग्राम पंचायतें चिंतित हैं इसमें संलग्न रहे मजदूर व सामग्री सप्लाई से संबंधित दुकानदार राशि भुगतान का दबाव बनाते हुये परेशान कर रहे हैं।
स्वाभाविक रूप से यह स्थिति ग्राम पंचायत की सभी गतिविधियों को प्रभावित कर रही है कई ऐसे ग्राम पंचायतें हैं जहां 15 वें वित आयोग की राशि जमा है लेकिन आहरण-वितरण के अधिकार पर रोक लगा दिये जाने से प्रस्ताव अनुसार कोई कार्य नहीं कर पा रहे हैं अर्थात ग्राम पंचायत के विकास से जुड़े कार्य प्रभावित हो रहे हैं इसे लेकर पंचायत प्रतिनिधि दुःखी व क्षुब्ध हैं। बस्तर विधायक ने मुख्यमंत्री से कहा कि मेरा आपसे आग्रह है। कि आप स्वतः इस गंभीर विषय को संज्ञान में लेकर व वस्तुस्थिति से अवगत होकर ग्राम पंचायत-2 के विकास एवं हितों को ध्यान में रखते हुये तत्काल ही यथोचित आदेश/निर्देश देने की कृपा करेंगे।