आईएनसी 24 मीडिया छत्तीसगढ़। तिल्दा नेवरा संवाददाता - ललित कुमार अग्रवाल की रिपोर्ट : -
छत्तीसगढ़। तिल्दा नेवरा, ग्राम सुंगेरा, तिल्दा से लगी एक नदी बहती है, जिसे खारुन नदी कहा जाता हैं, उसमें गांव के लोग खेती किसानी, नहाना, पशुओं को पानी पिलाना, रोजमर्रा का काम उसी नदी से करते आ रहे है। गांव में कुल 7 तालाब है मगर गर्मी के दिनों में पूरा सुख जाता है, तब ग्रामीण अपना जीवन यापन उसी नदी के पानी से करते है, जिसे वो अपना जीवन दायनी और मां के रूप में मानते है। मगर इस नदी में अपनी काली नजर महेंद्र स्पंज कंपनी ने लगा ली। सरकार की तरफ से उसमें गांव के बाहर जमीन ली अपना कंपनी शुरू किया मगर जब उसे पानी की जरूर पड़ी तो वो सुंगेरा की तरफ अपनी नजर डाली जिसे गांव के लोगो को बिल्कुल रास नहीं आया।
गांव वालों ने तहसीलदार, SDM व कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिया कि बिना NOC के कंपनी पानी न ले जाए और अगर NOC मिला भी होगा तो ग्राम सभा का NOC नहीं हो सकता। विधायक व राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के पास पूरे ग्रामीण मिलने भी गए मगर मंत्री में सीधे मुंह बात तक नहीं किया और उनसे जवाब आया कि ये ऊपर से आया हुआ आदेश है, मै इसमें कुछ नहीं कर सकता। ग्रामीण अब जाए तो जाए कहा। उन्होंने खुद से पानी बचाने की कोशिश पहले की थी जिसमें उनका पुलिस वाला से वाद विवाद हुआ था जिसे राजनीतिक रूप दे कर वर्तमान सरकार से 8 लोगों को जेल में डाल दिया उनके नाम इस प्रकार है।
तरण दास साहू वर्तमान सरपंच, दीपक निषाद, बिसंभर यादव, अश्वनी निषाद, राजेश निषाद, सुरेन्द्र पठारी, तारकेश्वर साहू ये सभी लोग थे, जो अपने हक अधिकार की लड़ाई लड़ के जेल गए। ग्रामीणों का कहना है कि चाहे अब कुछ भी हो जाए हम गांव से पानी नहीं जाने देंगे चाहे पुलिस और प्रशासन पूरे गांव को जेल में ही क्यों न डाल दे। बाद में पूरे गांव वालों ने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी की मदद ली और इस आंदोला को खारुन दाई आजादी पदयात्रा के नाम से किया। सरकार के पास कुछ बचा नहीं तो छत्तीसगढ़ के भोले भाले लोगों को फिर से जेल में डालने का काम शुरू किया जिसमें तीन और लोगो को जेल में डाल दिया गया उनमें से एक महिला भी थी।
अब छत्तीसगढ़ में लोग अपने जीवन यापन करने के लिए सरकार से अपनी बात भी नहीं रख सकते, सरकार जो चाहे कर रही है। मगर अब ग्रामीणों का कहना है, कि अब उनके साथ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी है अब वो और ताकतवर महसूस करते है और अब चाहे जो भी हो जाए महेंद्र स्पंज कंपनी को पानी बिल्कुल नहीं देने की कसम खाई है। प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी का कहना है, कि सरकार तानाशाही में उतर गई है, छत्तीसगढ़ में लोकतांत्र खत्म हो चुका है। जिस तरह जंगल कट रहा है। उसी तरह अब पानी भी नहीं बचेगा।
छत्तीसगढ़ को कौन सी दिशा में ले जाना चाहती है, ये सरकार तय करे। आखिर सरकार किसका विकास चाहती है, छत्तीसगढ़ियों का या बाहरी लोगों का, योगेश साहू जिला अध्यक्ष रायपुर ग्रामीण का कहना है, कि सरकार हमारे छत्तीसगढ़ के भाई बहन को जेल में डाल कर क्या साबित करना चाहती है, कि लोग अब अपनी आवाज दबा ले किसी से कुछ न बोले मगर अब उनके भी एक क्षेत्रीय पार्टी है, जो उनकी आवाज बन कर आगे आयेगा और छत्तीसगढ़ में लोगों की आवाज बुलंद करेगी। सरकार को खुद सोचना चाहिए कि बिना ग्राम सभा के निर्देश के गांव में कुछ हो नहीं सकता तो सरकार अपनी मनमानी क्यों कर रही है। आखिर सरकार किसी है, उद्योगपतियों की या छत्तीसगढ़ की जनता की, जनता समझदार हो चुकी है, वो अब सब जानती है कौन दिखावा कर रहा है, और कौन उनके हक और अधिकार के लिए लड़ रहा है।