आईएनसी 24 मीडिया उत्तर प्रदेश। कानपुर देहात संवाददाता - अमर सिंह की रिपोर्ट : -
उत्तर प्रदेश। कानपुर देहात, रसूलाबाद अंगदपुर दहेलिया से उत्तर प्रदेश सरकार ने बकरा मुर्गा मछली काटने वालों को निर्देश दिए थे, कि यह दुकानदार अपनी पक्की टाइल्स लगी दुकान बनवाएं और लाइसेंस बनवाकर ही दुकान चलाएं कानून की धज्जियां उड़ाने वालों की कमी नहीं है।
इन दिनों कहींजरी रसूलाबाद के बीच अंगदपुर में जीता जागता उदाहरण देखने को मिल रहा है, जहां गंदगी से भारी जगह बबुल की झाड़ियां के बीच बाजार वाले दिन यह मीट मछली की दुकान चलाते दिख जाएंगे, वही किराना के नाम पर घटिया तेल से निर्मित खुली नमकीन सरसों के तेल के नाम पर मिलावटी खाद्य तेल धड़ल्ले से बेचा जा रहा है, जिससे गरीब किसान मजदूर खाकर बीमार लगातार हो रहे हैं।
खाद्य विभाग है की आंख मूंद कर कुंभकरण की नींद में सो रहा है, मुनाफाखोरों की बल्ले बल्ले है, कभी कोई आता भी है तो सुविधा शुल्क लेकर चले जाते हैं, मुनाफाखोर दुकानदारों के चेहरे पर मुस्कुराहट आसानी से देखी जा रही है, खुलेआम चल रहा है।
मुर्गा मछली का व्यापार शासन और प्रशासन क्यों है मौन जहां पर शासन और प्रशासन के आदेश की की जा रही अवहेलना खुले में बेचा जा रहा मांस मछली आखिर क्यों नहीं हो रहा सरकार के आदेशो का कोई भी पालन बाजार मे खुलेआम मुर्गा मछली का व्यापार व्यापक पैमाने से चल रहा है, जिससे वहां पर आने जाने वाले लोगों का कहना है सरेआम मुर्गा मछली नहीं काटना चाहिए, जिससे किसी के धर्म को ठेस पहुंचे और सरकार के आदेश का पालन नहीं हो रहा है।